'मुसहफ़ी' अब इक ग़ज़ल लिख तू ग़ज़ल की तरह से
ता करे आलम का ताराज-ए-शकेबाई बसंत
~ Mushafi Ghulam Hamdani
Shayari Across the Globe
- Languages: Shayari is popular in Hindi, Urdu, Persian, Punjabi, and many other languages.
- Global Communities: Millions of people worldwide share Shayari daily on social media platforms.
- Cultural Significance: Shayari plays a vital role in literature, music, and traditional events.
- Digital Revolution: Online platforms and apps have made Shayari accessible to a global audience.
Related Shayari
'मुसहफ़ी' हम तो ये समझे थे कि होगा कोई ज़ख़्म
तेरे दिल में तो बहुत काम रफ़ू का निकला
~ Mushafi Ghulam Hamdani
ग़ज़ल उस ने छेड़ी मुझे साज़ देना
ज़रा उम्र-ए-रफ़्ता को आवाज़ देना
~ safi lakhnavibadri
'मुसहफ़ी' हम तो ये समझे थे कि होगा कोई ज़ख़्म
तेरे दिल में तो बहुत काम रफ़ू का निकला
~ Mushafi Ghulam Hamdani
ग़ज़ल उस ने छेड़ी मुझे साज़ देना
ज़रा उम्र-ए-रफ़्ता को आवाज़ देना
~ Safi Lucknowi
शाम-ए-ग़म मैं ने जो पूछा मिरा ग़म-ख़्वार है कौन
इक ग़ज़ल 'मीर' के दीवान से बाहर आई
~ dear nabeel
आदतन मैं किसी एहसास के पीछे लपका
दफ़अ'तन एक ग़ज़ल दश्त-ए-सुख़न से निकली
~ dear nabeel
शाम-ए-ग़म मैं ने जो पूछा मिरा ग़म-ख़्वार है कौन
इक ग़ज़ल 'मीर' के दीवान से बाहर आई
~ dear nabeel
अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं
'फ़राज़' अब ज़रा लहजा बदल के देखते हैं
~ Ahmed Faraz
जो ग़ज़ल आज तिरे हिज्र में लिक्खी है वो कल
क्या ख़बर अहल-ए-मोहब्बत का तराना बन जाए
~ Ahmed Faraz
अब तिरा ज़िक्र भी शायद ही ग़ज़ल में आए
और से और हुए दर्द के उनवाँ जानाँ
~ Ahmed Faraz
कोयल नीं आ के कूक सुनाई बसंत रुत
बौराए ख़ास-ओ-आम कि आई बसंत रुत
~ Aabru Shah Mubarak
टेसू के फूल दश्ना-ए-ख़ूनी हुए उसे
ब्रिहन के जी कूँ है ये कसाई बसंत रुत
~ Aabru Shah Mubarak
बुलबुल हुआ है देख सदा रंग की बहार
इस साल 'आबरू' कूँ बन आई बसंत रुत
~ Aabru Shah Mubarak
ग़ुंचे नीं इस बहार में कडवाया अपना दिल
बुलबुल चमन में फूल के गाई बसंत रुत
~ Aabru Shah Mubarak
लिक्खी थी ग़ज़ल ये आगरा में
पहली तारीख़ जनवरी की
~ Ismail Meerthi
उल्टी हर एक रस्म-ए-जहान-ए-शुऊर है
सीधी सी इक ग़ज़ल मुझे लिखनी ज़रूर है
~ Ismail Meerthi
उसी का वस्फ़ है मक़्सूद शेर-ख़्वानी से
उसी का ज़िक्र है मंशा ग़ज़ल-सराई का
~ Ismail Meerthi
ग़ज़ल फ़ज़ा भी ढूँडती है अपने ख़ास रंग की
हमारा मसअला फ़क़त क़लम दवात ही नहीं
~ Aitbar Sajid
हुस्न को चाँद जवानी को कँवल कहते हैं
उन की सूरत नज़र आए तो ग़ज़ल कहते हैं
~ Qateel Shifai
जाने क्यूँ लोगों की नज़रें तुझ तक पहुँचीं हम ने तो
बरसों ब'अद ग़ज़ल की रौ में इक मज़मून निकाला था
~ Couplets of Jamiluddin Ali
अजीब रास्ता है अभी तक कोई मोड़ नही आया।
कहानी अच्छी थी लेकिन दोस्त मजा नहीं आया।।
रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो
हम-सुख़न कोई न हो और हम-ज़बाँ कोई न हो
वो राझ, राझ ही रहेगा, जो राझ आज तक बहार नही आया
वो राझ इस दुनिदु यामे राझ बन गया वो राझ केसे बतावुतो वो राझ राझ केसे रहेगा
'सौदा' हुए जब आशिक़ क्या पास आबरू का
सुनता है ऐ दिवाने जब दिल दिया तो फिर क्या
मैं सिसकता रह गया और मर गए फ़रहाद ओ क़ैस
क्या उन्ही दोनों के हिस्से में क़ज़ा थी मैं न था
ये मेरे गिर्द तमाशा है आँख खुलने तक
मैं ख़्वाब में तो हूँ लेकिन ख़याल भी है मुझे
Why Shayari is Loved Worldwide
- Timeless Art: The tradition of Shayari dates back centuries and remains relevant today.
- Versatility: From romantic verses to motivational lines, Shayari covers a broad spectrum of emotions.
- Engagement: Shayari posts and quotes consistently generate high engagement on platforms like Instagram and Twitter.
- Cultural Identity: It serves as a symbol of cultural pride in many regions.
More Shayari
Motivational Shayari

जब सीं लाया इश्क़ ने फ़ौज-ए-जुनूँ
अक़्ल के लश्कर में भागा भाग है
~ Siraj Aurangabadi
तदबीर के दस्त-ए-रंगीं से तक़दीर दरख़्शाँ होती है,
क़ुदरत भी मदद फ़रमाती है जब कोशिश-ए-इंसाँ होती है।

जब सीं लाया इश्क़ ने फ़ौज-ए-जुनूँ
अक़्ल के लश्कर में भागा भाग है
~ Siraj Aurangabadi

जब सीं लाया इश्क़ ने फ़ौज-ए-जुनूँ
अक़्ल के लश्कर में भागा भाग है
~ Siraj Aurangabadi
अख़्तर’ गुज़रते लम्हों की आहट पे यूँ न चौंक,
इस मातमी जुलूस में इक ज़िंदगी भी है।

जब सीं लाया इश्क़ ने फ़ौज-ए-जुनूँ
अक़्ल के लश्कर में भागा भाग है
~ Siraj Aurangabadi
कामयाबी के सफर में धूप का बहुत महत्व है,
क्योंकि छांव मिलते ही कदम रुकने लगते हैं।
Festival Shayari

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
~ अज्ञात
तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
~ Bhagwan Das Ijaz
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात
Shayari That Changed Lives
- Healing Through Words: Shayari has helped individuals cope with grief and loss.
- Romantic Connections: Many love stories began with shared Shayari.
- Success Stories: Writers who started with Shayari have gone on to become bestselling poets and authors.

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

तासीर-ए-बर्क़-ए-हुस्न जो उन के सुख़न में थी
इक लर्ज़िश-ए-ख़फ़ी मिरे सारे बदन में थी
~ Hasrat Mohani
तासीर-ए-बर्क़-ए-हुस्न जो उन के सुख़न में थी इक लर्ज़िश-ए-ख़फ़ी मिरे सारे बदन में थी

दुआएं खुशियां मिले आपको,
खुदा से रहमत और प्यार मिले आपको,
आपके होठों पर बनी रहे सदा मुस्कान,
इतनी खुशियां मिले आपको।
~ अज्ञात
दुआएं खुशियां मिले आपको, खुदा से रहमत और प्यार मिले आपको, आपके होठों पर बनी रहे सदा मुस्कान, इतनी खुशियां मिले आपको।
Shayari Trivia You Didn't Know
- The word Shayari originates from the Persian word She’r, meaning poetry.
- Mirza Ghalib is considered one of the greatest Shayars of all time.
- Urdu Shayari is often written in the poetic form called ghazal.
- Bollywood movies have made Shayari more mainstream, with famous dialogues often resembling Shayari.
Funny Shayari
अज्ञात

वो Hi भी बोलेगी,
वो बाय भी बोलेगी,
वो लड़की है जनाब ज्यादा
चिपकोगे तो भाई भी बोलेगी।
~ अज्ञात
Shayari in the Digital Age
- Instagram: Shayari hashtags like #UrduShayari and #HindiShayari have millions of posts.
- WhatsApp: Shayari statuses and forwards are a daily ritual for many users.
- YouTube: Shayari channels featuring spoken poetry performances have millions of subscribers.
- Facebook Groups: Dedicated Shayari communities connect people across continents.

खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा,
एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा…..!!!
~ अज्ञात
खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा, एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा…..!!!

रूठना हुस्न वालों की आदत है,
और मनाना हम आशिक़ो की आदत।
~ अज्ञात
रूठना हुस्न वालों की आदत है, और मनाना हम आशिक़ो की आदत।

हम अपनी दिलपसंद पनाहों में आ गए,
जब हम सिमट के आपकी बाहों में आ गए…..!!!
~ अज्ञात
हम अपनी दिलपसंद पनाहों में आ गए, जब हम सिमट के आपकी बाहों में आ गए…..!!!

ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे,
हम तुमसे भी पहले याद किया करते है……!!!
~ अज्ञात
ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे, हम तुमसे भी पहले याद किया करते है……!!!

कुछ सोचता हूं तो तेरा ख्याल आ जाता है
कुछ बोलता हूं तो तेरा नाम आ जाता है
कब तक छुपा के रखूं दिल की बात को
तेरी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है !
~ अज्ञात
कुछ सोचता हूं तो तेरा ख्याल आ जाता है कुछ बोलता हूं तो तेरा नाम आ जाता है कब तक छुपा के रखूं दिल की बात को तेरी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है !
A Glimpse Into Shayari’s Rich History
- Origins: Shayari originated in ancient Persian and Arabic literature.
- Evolution: It evolved through Mughal influence and became a staple of South Asian culture.
- Golden Era: The 18th and 19th centuries saw legendary poets like Mirza Ghalib and Allama Iqbal.
- Modern Times: Today, Shayari is celebrated in events like mushairas (poetry gatherings).
अज्ञात
कुछ फैसले जिंदगी में ऐसे होते हैं, जो दिल तोड़ जाते हैं, मगर जिंदगी को बदल देते हैं।
View Shayariअज्ञात
जब भी तेरी याद आती है, आंखों में आंसू और दिल में बेचैनी सी छा जाती है।
View Shayariअज्ञात
“हम तो अब सिर्फ़ यादों में ही मिल सकते हैं, तुमसे मिलने की हसरत अब ख़त्म हो गई है।”
View Shayariअज्ञात
तेरी यादों का दर्द इस दिल में बसा है, तू दूर है, पर दिल अब भी तेरे पास ही रहता है।
View Shayariअज्ञात
जिंदगी के सफर में कुछ ऐसे लोग मिलते हैं, जो सिर्फ दर्द देकर चले जाते हैं।
View ShayariThe Healing Power of Shayari
- Emotional Expression: Shayari gives words to feelings that are often hard to express.
- Stress Relief: Reading or writing Shayari can be a therapeutic activity.
- Connection: Shayari fosters connections between individuals by resonating with shared emotions.
- Inspiration: Motivational Shayari inspires people to overcome challenges and stay positive.
इस इश्क में वफा करके भी हम बदनाम हो गए,
इस इश्क में वफा करके भी हम बदनाम हो गए, और वह प्यार में बेवफाई करके भी मशहूर हो गए…!!
अज्ञातधोखा देना तेरी आदत में शुमार हो गया,
धोखा देना तेरी आदत में शुमार हो गया, हम तो प्यार में थे, तू खेल समझ बैठा।
अज्ञातवही तो मरकज़ी किरदार है कहानी का
वही तो मरकज़ी किरदार है कहानी का उसी पे ख़त्म है तासीर बेवफ़ाई की
इक़बाल अशहरचला था ज़िक्र ज़माने की बेवफ़ाई का
चला था ज़िक्र ज़माने की बेवफ़ाई का सो आ गया है तुम्हारा ख़याल वैसे ही
अहमद फ़राज़तेरे धोखे ने मेरे दिल को ऐसे तोड़ा,
तेरे धोखे ने मेरे दिल को ऐसे तोड़ा, आँखों से आँसुओं का समंदर बह निकला।
अज्ञाततुम्हीं से सीख रहा हूं हुनर
तुम्हीं से सीख रहा हूं हुनर नजर अंदाजगी का, अब जो तुम पर आजमाऊं तो बेवफ़ा मत समझना !!
अज्ञातबे-वफ़ा तुम बा-वफ़ा मैं देखिए होता है क्या
बे-वफ़ा तुम बा-वफ़ा मैं देखिए होता है क्या ग़ैज़ में आने को तुम हो मुझ को प्यार आने को है
आग़ा हज्जू शरफ़सफर में था जो साथी मेरा, वो बेवफा निकला,
सफर में था जो साथी मेरा, वो बेवफा निकला, दर्द का ये सिलसिला, अब तक नहीं रुका।
अज्ञातShayari in the Headlines
- Shayari Competitions:International Shayari contests are drawing participants from all over the world.
- Celebrity Influence: Famous artists and influencers are bringing Shayari to mainstream media.
- Book Releases: Latest Shayari anthologies and collections are gaining popularity.
- Social Media Trends: Trending hashtags like #ShayariLovers and #PoetryForLife.

🎉 Shayari Week Special! 🎉
Celebrate your love for Shayari with our exclusive offer! Unlock unlimited access to premium Shayari collections, handpicked by poets and artists worldwide.
- Unlimited Access: Explore thousands of Shayari across all genres.
- Daily Updates: Fresh Shayari delivered to you every day.
- Exclusive Content: Premium Shayari for all.
❤️ दिल से शायरी ❤️
अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!
हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।
Some Facts
85%
of people who read or write poetry, including Shayari, report reduced stress and anxiety levels.
68%
of people find Shayari easier to use for expressing emotions compared to regular conversation.
60%
of people who attend poetry gatherings report improved social connections.
40%
of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.
25%
Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.
30%
Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.
35%
A tree plantation drive in India using Shayari slogans saw a 35% increase in volunteer numbers.
40%
Shayari is shared on social media platforms 40% more often than traditional text posts.
🌟 शायरी का जादू 🌟
शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

शायरी क्यों खास है:
- दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
- हर दिन नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत।
- दोस्तों और परिवार के साथ साझा करने के लिए परफेक्ट।
अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!
Top Categories
❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️
शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

शायरी के फायदे:
- तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
- संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
- नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
- पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"