कुछ तारीखें,
ज़ख्म ताजा कर देती हैं !
~ अज्ञात
Shayari Across the Globe
- Languages: Shayari is popular in Hindi, Urdu, Persian, Punjabi, and many other languages.
- Global Communities: Millions of people worldwide share Shayari daily on social media platforms.
- Cultural Significance: Shayari plays a vital role in literature, music, and traditional events.
- Digital Revolution: Online platforms and apps have made Shayari accessible to a global audience.
Related Shayari
इश्क़ में फ़िक्र तो दीवाना बना देती है
प्यार को अक़्ल नहीं दिल की पनाहों में रखो
~ Alina Itrat
बंद रहते हैं जो अल्फ़ाज़ किताबों में सदा
गर्दिश-ए-वक़्त मिटा देती है पहचान उन की
~ Alina Itrat
गर्मी-ए-इश्क़ खिला देती है गालों पे गुलाब
याद आते हैं जो लम्हात गई रातों के
~ Alina Itrat
मैं चुप कराता हूँ हर शब उमडती बारिश को
मगर ये रोज़ गई बात छेड़ देती है
~ Gulzar
रौशनी अब राह से भटका भी देती है मियाँ
उस की आँखों की चमक ने मुझ को बे-घर कर दिया
~ Zafar Iqbal
वो मेरे पाँव को छूने झुका था जिस लम्हे
जो माँगता उसे देती अमीर ऐसी थी
~ Parveen Shakir
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
~ Munawwar Rana
भटकती है हवस दिन-रात सोने की दुकानों में
ग़रीबी कान छिदवाती है तिनका डाल देती है
~ Munawwar Rana
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
~ Munawwar Rana
जिस रोज़ मैं गिनता हूँ तिरे आने की घड़ियाँ
सूरज को बना देती है सोने की घड़ी बात
~ Munir Shikohabadi
मैं क्या दिखाई देती नहीं बुलबुलों को भी
पहने तो ऐसे मिल गए तेरे बदन में फूल
~ Munir Shikohabadi
गालियाँ ज़ख़्म-ए-कुहन को देख कर देती हो क्यूँ
बासी खाने में मिलाते हो तआ'म-ए-ताज़ा आज
~ Munir Shikohabadi
दिल लगाते ही तो कह देती हैं आँखें सब कुछ
ऐसे कामों के भी आग़ाज़ कहीं छुपते हैं
~ Mubarak Azimabadi
आदमी को ग़फ़लत-ए-दुनिया नहीं देती नजात
सुब्ह जो चौंका हुआ मसरूफ़ इसी सामान में
~ Mushafi Ghulam Hamdani
वो आप कर रही है मुदाम उस की जुस्तुजू
शोले को अपना गो नहीं देती सुराग़ शम्अ
~ Mushafi Ghulam Hamdani
न कर 'सौदा' तू शिकवा हम से दिल की बे-क़रारी का
मोहब्बत किस को देती है मियाँ आराम दुनिया में
~ Mohammed Rafi deal
हमारे मीर-तक़ी-'मीर' ने कहा था कभी
मियाँ ये आशिक़ी इज़्ज़त बिगाड़ देती है
~ Rahat Indori
क्या मज़ा देती है बिजली की चमक मुझ को 'रियाज़'
मुझ से लिपटे हैं मिरे नाम से डरने वाले
~ Riyaz Khairabadi
देती शर्बत है किसे ज़हर भरी आँख तिरी
ऐन एहसान है वो ज़हर भी गर देती है
~ Sheikh Ibrahim Zauq
मै दिल नही तोड़ती सीधा,
मुँह तोड़ देती हूँ।
~ अज्ञात
चुड़ैलों को तो हमने यूँही बदनाम कर रखा है,
वरना रातों की नींद तो पापा की परियॉ उड़ा रखी हैं!
तिरे फ़िराक़ की रातें कभी न भूलेंगी
मज़े मिले उन्हीं रातों में उम्र भर के मुझे
जब आवारापन छोड़ा तो लोग हमें भुलाने लगे
कभी शोहरत कदम चूमती थी जब बदनाम हुआ करते थे|
हाथ टूटें मैं ने गर छेड़ी हों ज़ुल्फ़ें आप की
आप के सर की क़सम बाद-ए-सबा थी मैं न था
Why Shayari is Loved Worldwide
- Timeless Art: The tradition of Shayari dates back centuries and remains relevant today.
- Versatility: From romantic verses to motivational lines, Shayari covers a broad spectrum of emotions.
- Engagement: Shayari posts and quotes consistently generate high engagement on platforms like Instagram and Twitter.
- Cultural Identity: It serves as a symbol of cultural pride in many regions.
More Shayari
Motivational Shayari

हो सकता है कि तेरी कोशिशें नाकाम हों,
लेकिन हार मत मान,
क्योंकि वक्त बदलता है और मेहनत रंग लाती है।
~ अज्ञात
“शक्ति और साहस, आप में हमेशा बनी रहे,
इस जन्मदिन पर आप खुश रहें।
आपकी सफलता, हेल्थ की कामना करते है,
जन्मदिन मुबारक हो, यही दुआ करते है।”

हो सकता है कि तेरी कोशिशें नाकाम हों,
लेकिन हार मत मान,
क्योंकि वक्त बदलता है और मेहनत रंग लाती है।
~ अज्ञात

हो सकता है कि तेरी कोशिशें नाकाम हों,
लेकिन हार मत मान,
क्योंकि वक्त बदलता है और मेहनत रंग लाती है।
~ अज्ञात
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते,
ढूढ़ लेना अंधेरे में ही मंजिल अपनी दोस्तों,
क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज़ नहीं होते।

हो सकता है कि तेरी कोशिशें नाकाम हों,
लेकिन हार मत मान,
क्योंकि वक्त बदलता है और मेहनत रंग लाती है।
~ अज्ञात
अपना ज़माना आप बनाते हैं अहल-ए-दिल,
हम वो नहीं कि जिन को ज़माना बना गया।
Festival Shayari

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
~ Bhagwan Das Ijaz
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
~ अज्ञात
तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani
Shayari That Changed Lives
- Healing Through Words: Shayari has helped individuals cope with grief and loss.
- Romantic Connections: Many love stories began with shared Shayari.
- Success Stories: Writers who started with Shayari have gone on to become bestselling poets and authors.

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

आपको देख के कली हसकर बोली आप इतने प्यारे है
तो आपके बच्चेकितने प्यारे होगे???
~ अज्ञात
आपको देख के कली हसकर बोली आप इतने प्यारे है तो आपके बच्चेकितने प्यारे होगे???
फिर दे के ख़ुशी हम उसे नाशाद करें क्यूँ ग़म ही से तबीअत है अगर शाद किसी की
Shayari Trivia You Didn't Know
- The word Shayari originates from the Persian word She’r, meaning poetry.
- Mirza Ghalib is considered one of the greatest Shayars of all time.
- Urdu Shayari is often written in the poetic form called ghazal.
- Bollywood movies have made Shayari more mainstream, with famous dialogues often resembling Shayari.
Funny Shayari
अज्ञात

मेरी हर गलती, ये सोच कर माफ़ कर देना दोस्तों
कि तुम कौन से शरीफ़ हो??
~ अज्ञात
Shayari in the Digital Age
- Instagram: Shayari hashtags like #UrduShayari and #HindiShayari have millions of posts.
- WhatsApp: Shayari statuses and forwards are a daily ritual for many users.
- YouTube: Shayari channels featuring spoken poetry performances have millions of subscribers.
- Facebook Groups: Dedicated Shayari communities connect people across continents.

अक्सर प्यार में झुकना कोई बड़ी बात नहीं,
आखिर सूरज भी तो डूबता है चाँद के लिए।
~ अज्ञात
अक्सर प्यार में झुकना कोई बड़ी बात नहीं, आखिर सूरज भी तो डूबता है चाँद के लिए।

वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो।
~ अज्ञात
वो शमा की महफ़िल ही क्या, जिसमे दिल खाक ना हो, मज़ा तो तब है चाहत का, जब दिल तो जले, पर राख ना हो।

कभी शाम ढले तो मेरे दिल में आ जाना,
मगर आना इस तरह कि, यहाँ से फिर ना जाना।
~ अज्ञात
कभी शाम ढले तो मेरे दिल में आ जाना, मगर आना इस तरह कि, यहाँ से फिर ना जाना।

किस कदर हमने एक इंसान को चाहा,
जिसे भुला पाना बस की नहीं और पाना किस्मत में नहीं।
~ अज्ञात
किस कदर हमने एक इंसान को चाहा, जिसे भुला पाना बस की नहीं और पाना किस्मत में नहीं।

वो कहने लगी,
नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच,
में ने मुस्करा के कहा,
तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था “इश्क”, हज़ारों के बीच…..!!!
~ अज्ञात
वो कहने लगी, नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच, में ने मुस्करा के कहा, तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था “इश्क”, हज़ारों के बीच…..!!!
A Glimpse Into Shayari’s Rich History
- Origins: Shayari originated in ancient Persian and Arabic literature.
- Evolution: It evolved through Mughal influence and became a staple of South Asian culture.
- Golden Era: The 18th and 19th centuries saw legendary poets like Mirza Ghalib and Allama Iqbal.
- Modern Times: Today, Shayari is celebrated in events like mushairas (poetry gatherings).
अज्ञात
“जिसे चाहो वो मिल जाए, ये ज़रूरी नहीं, जिसे पा लो उसे चाहो, ये ज़रूरी है।”
View Shayariअज्ञात
हमारी मोहब्बत अधूरी रह गई, पर दिल आज भी तुझसे पूरी तरह जुड़ा हुआ है।
View Shayariअज्ञात
दिल चाहता है कि तुझसे फिर मुलाकात हो, पर ये ख्वाब अब सिर्फ ख्वाब ही रह गया है।
View Shayariज़ेब ग़ौरी
ज़ख़्म ही तेरा मुक़द्दर हैं दिल तुझ को कौन सँभालेगा ऐ मेरे बचपन के साथी मेरे साथ ही मर जाना
View Shayariअज्ञात
वही कारवाँ वही रास्ते वही ज़िंदगी वही मरहले मगर अपने अपने मक़ाम पर कभी तुम नहीं कभी हम नहीं
View Shayariअज्ञात
“दिल के रिश्तों में बेवफाई नहीं होती, बस वक्त का फेर उन्हें दूर कर देता है।”
View ShayariThe Healing Power of Shayari
- Emotional Expression: Shayari gives words to feelings that are often hard to express.
- Stress Relief: Reading or writing Shayari can be a therapeutic activity.
- Connection: Shayari fosters connections between individuals by resonating with shared emotions.
- Inspiration: Motivational Shayari inspires people to overcome challenges and stay positive.
वो कहती हैं
वो कहती हैं बहुत मजबूरियाँ हैं वक़्त की वो साफ़ लफ़्ज़ों में ख़ुद को बेवफ़ा नहीं कहती
अज्ञातयाद वही आते हैं जो अक्सर दर्द देते हैं,
याद वही आते हैं जो अक्सर दर्द देते हैं, बनाकर अपना सफर में, अकेला छोड़ देते हैं।
अज्ञातचला था ज़िक्र ज़माने की बेवफ़ाई का
चला था ज़िक्र ज़माने की बेवफ़ाई का सो आ गया है तुम्हारा ख़याल वैसे ही
अहमद फ़राज़एक बेवफा को हमने दिल में जगह दी थी,
एक बेवफा को हमने दिल में जगह दी थी, ख़्वाबों की दुनिया अपनी उससे ही सजा दी थी।
अज्ञातजो मिला उस ने बेवफ़ाई की
जो मिला उस ने बेवफ़ाई की कुछ अजब रंग है ज़माने का
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानीयाद करोगे एक दिन मुझे ये सोचकर
याद करोगे एक दिन मुझे ये सोचकर कि क्यों नहीं क़दर की उसके प्यार की
अज्ञातबेवफा तू नहीं, तेरे वादे थे बेवफा,
बेवफा तू नहीं, तेरे वादे थे बेवफा, तेरी यादें अब भी इस दिल में बसी हुई हैं।
अज्ञातShayari in the Headlines
- Shayari Competitions:International Shayari contests are drawing participants from all over the world.
- Celebrity Influence: Famous artists and influencers are bringing Shayari to mainstream media.
- Book Releases: Latest Shayari anthologies and collections are gaining popularity.
- Social Media Trends: Trending hashtags like #ShayariLovers and #PoetryForLife.

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Celebrate your love for Shayari with our exclusive offer! Unlock unlimited access to premium Shayari collections, handpicked by poets and artists worldwide.
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❤️ दिल से शायरी ❤️
अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!
हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।
Some Facts
85%
of people who read or write poetry, including Shayari, report reduced stress and anxiety levels.
68%
of people find Shayari easier to use for expressing emotions compared to regular conversation.
60%
of people who attend poetry gatherings report improved social connections.
40%
of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.
25%
Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.
30%
Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.
35%
A tree plantation drive in India using Shayari slogans saw a 35% increase in volunteer numbers.
40%
Shayari is shared on social media platforms 40% more often than traditional text posts.
🌟 शायरी का जादू 🌟
शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

शायरी क्यों खास है:
- दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
- हर दिन नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत।
- दोस्तों और परिवार के साथ साझा करने के लिए परफेक्ट।
अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!
Top Categories
❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️
शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

शायरी के फायदे:
- तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
- संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
- नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
- पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"





















































