Author Details

Pen Name:'Rahat'
Real Name:Rahatullah
Born:01 Jan 1950 | Indore, Madhya Pradesh
Died:11 Aug 2020 | Indore, Madhya Pradesh
Popular poet and film lyricist.Popular poet and film lyricist.
हक़ीक़ी और मजाज़ी शायरी में फ़र्क़ ये पाया
कि वो जामे से बाहर है ये पाजामे से बाहर है
जलाल-ए-पादशाही हो कि जमहूरी तमाशा हो
जुदा हो दीं सियासत से तो रह जाती है चंगेज़ी
न जाने कैसी महरूमी पस-ए-रफ़्तार चलती है
हमेशा मेरे आगे आगे इक दीवार चलती है
ख़ुदा शरमाए हाथों को कि रखते हैं कशाकश में
कभी मेरे गरेबाँ को कभी जानाँ के दामन को
More Shayari
Motivational Shayari

ये जिंदगी हसीं है इससे प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक्त पर एतबार करो।
~ अज्ञात
अपनी राह पर चलने का मेरा जज्बा किसी से कम नहीं,
चाहे किसी को भी कितनी भी कठिनाई क्यों न हो।

ये जिंदगी हसीं है इससे प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक्त पर एतबार करो।
~ अज्ञात
शम्अ माशूक़ों को सिखलाती है तर्ज़-ए-आशिक़ी,
जल के परवाने से पहले बुझ के परवाने के बाद।

ये जिंदगी हसीं है इससे प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक्त पर एतबार करो।
~ अज्ञात
ज़िन्दगी में मुश्किलें आती है और इंसान ज़िंदा रहने से घबराता है।
ना जाने कैसे हज़ारों काटों के बीच रह कर, एक फूल मुस्कुराता है।

ये जिंदगी हसीं है इससे प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक्त पर एतबार करो।
~ अज्ञात
कामयाबी के सफर में धूप का बहुत महत्व है,
क्योंकि छांव मिलते ही कदम रुकने लगते हैं।
Festival Shayari

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
~ Bhagwan Das Ijaz
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
~ अज्ञात
तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला
हम ने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला
~ Nida Fazli
अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला हम ने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला
“ज़िन्दगी का हर पल सुख दे आपको, दिन का हर लम्हा ख़ुशी दे आपको, जहाँ गम की हवा छू के भी ना गुजरे, खुदा वो ज़िन्दगी दे आपको! जन्मदिन की बधाई हो!!”

ग़ुंचों के मुस्कुराने पे कहते हैं हँस के फूल
अपना करो ख़याल हमारी तो कट गई
~ Shaad Azimabadi
ग़ुंचों के मुस्कुराने पे कहते हैं हँस के फूल अपना करो ख़याल हमारी तो कट गई
Funny Shayari
अज्ञात

नजर न लग जाये आँखों में काजल लगा लो,
हम कहते हैं आँखों में काजल ही नहीं,
हो सके तो,
गले में नीबू मिर्ची चप्पल भी लटका लो!
~ अज्ञात

न जाने क्या कशिश है,
उनकी मदहोश आँखों में,
नज़र अंदाज़ जितना करो,
नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!
~ अज्ञात
न जाने क्या कशिश है, उनकी मदहोश आँखों में, नज़र अंदाज़ जितना करो, नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!

कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,
लगता है फिर प्यार हो रहा है………!!!
~ अज्ञात
कोई अजनबी ख़ास हो रहा है, लगता है फिर प्यार हो रहा है………!!!

इस मोहब्बत के रिश्ते को हम शिद्दत से निभाएंगे
साथ अगर तुम दो तो हम दुख को भी हराएंगे !
~ अज्ञात
इस मोहब्बत के रिश्ते को हम शिद्दत से निभाएंगे साथ अगर तुम दो तो हम दुख को भी हराएंगे !

लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे,
यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो……!!!
~ अज्ञात
लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे, यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो……!!!

दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
~ नासिर काज़मी
दिल धड़कने का सबब याद आया वो तिरी याद थी अब याद आया
अज्ञात
“दिल की मोहब्बत में अक्सर धोखा ही मिलता है, क्योंकि कोई भी दिल से वफा नहीं करता।”
View Shayariअज्ञात
खामोशियों में छुपी हैं कई बातें, जो कहनी थीं तुमसे, पर अब नहीं कह पाते।
View Shayariअज्ञात
हम तो तन्हाई में भी हंसते हैं, पर दिल के अंदर का दर्द कभी कोई नहीं देख पाता।
View Shayariअज्ञात
मोहब्बत तो की थी, पर अब समझ आया कि प्यार के बिना जिंदगी अधूरी होती है।”
View Shayariइफ़्तिख़ार नसीम
मुझ से नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए
View Shayariअज्ञात
“दिल से खेलने वाले अक्सर मुस्कुराकर चले जाते हैं, और हम उन्हें दिल से निभाते रहते हैं।”
View Shayariतेरी बेवफा दुनिया में, हम ना कभी खुश थे,
तेरी बेवफा दुनिया में, हम ना कभी खुश थे, दर्द का ये कारवां, तेरे बिना भी चलता रहा।
अज्ञातजिंदगी में कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं,
जिंदगी में कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं, जो हमें जीने का सलीका सिखा जाते हैं…!!
अज्ञातयूं मुझे छोड़ कर जाने की,
यूं मुझे छोड़ कर जाने की, कोई एक वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या फिर, तुम्हारी जिंदगी में मेरे जैसे बहुत थे…!!
अज्ञातकाम आ सकीं न अपनी वफ़ाएं तो क्या करें
काम आ सकीं न अपनी वफ़ाएं तो क्या करें उस बेवफ़ा को भूल न जाएं तो क्या करें
अख़्तर शीरानीछोड़ना तो तुम मुझे पहले ही चाहते थे,
छोड़ना तो तुम मुझे पहले ही चाहते थे, बस तुम्हें एक बहाना चाहिए था…!!
अज्ञातएक तेरा ही नाम था जिसे हज़ार बार था लिखा,
एक तेरा ही नाम था जिसे हज़ार बार था लिखा, जिसे खुश हुए थे लिख कर, उसे मिटा मिटा के रोये।
अज्ञाततेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है,
तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है, हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते हैं !
अज्ञात
🎉 Shayari Week Special! 🎉
Celebrate your love for Shayari with our exclusive offer! Unlock unlimited access to premium Shayari collections, handpicked by poets and artists worldwide.
- Unlimited Access: Explore thousands of Shayari across all genres.
- Daily Updates: Fresh Shayari delivered to you every day.
- Exclusive Content: Premium Shayari for all.
❤️ दिल से शायरी ❤️
अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!
हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।
Some Facts
85%
of people who read or write poetry, including Shayari, report reduced stress and anxiety levels.
68%
of people find Shayari easier to use for expressing emotions compared to regular conversation.
60%
of people who attend poetry gatherings report improved social connections.
40%
of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.
25%
Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.
30%
Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.
35%
A tree plantation drive in India using Shayari slogans saw a 35% increase in volunteer numbers.
40%
Shayari is shared on social media platforms 40% more often than traditional text posts.
🌟 शायरी का जादू 🌟
शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

शायरी क्यों खास है:
- दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
- हर दिन नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत।
- दोस्तों और परिवार के साथ साझा करने के लिए परफेक्ट।
अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!
Top Categories
❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️
शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

शायरी के फायदे:
- तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
- संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
- नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
- पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"